Super Exclusive (Video) फिर हुआ पकड़ुआ बियाह लड़का कैद में और लड़की अस्पताल में जिंदगी और मौत से जूझ रही लेकिन पटना पुलिस मौन है!
Patna Crime- 15 दिन पूर्व पटना के बाढ़ में हुआ एक पकड़ुआ बियाह, युवक को पहले राजधानी से जबरिया उठा लिया गया फिर बाढ़ के लैहेरियापोखर में मंदिर में जबरिया शादी कराई गईं फिर युवक को कैद कर लिया गया, लड़के के परिजन पहुचे बाढ़ थाना के पुलिसवालों ने उल्टा ही धमका कर भगा दिया, कैद में लड़का विरोध करता रहा फिर लड़की ने खाया जहर,बाढ़ के निजी अस्पताल में भर्ती
पटना Live डेस्क। बिहार में दबंगों के रूआब और रसूख के सामने खाकीवाले किस कदर नतमस्तक हो जातें है यह कोई लुकीछिपी हक़ीक़त नही रह गई है। लेकिन हद तो तब हो जाता है जब सूबे की राजधानी पटना में पुलिस की भूमिका एकपक्षीय होने के साथ साथ स्पष्ट रूप में बेहद नकारात्मक प्रतीत होने लगती है। ऐसा ही एक हतप्रभ करने वाला वाकया पटना जिला के बाढ़ थाना अंतर्गत हुआ है। जहाँ एक युवती एक निजी अस्पताल में जिंदगी और मौत से जूझ रही है लेकिन स्थानिए थाना पुलिस आश्चर्यजनक रूप से मौन साधे हुए है। इस मौन के पीछे भी कई कारण और मजबूरियां है।सबसे प्रमुख कारण लड़की की शादी और फिर जहर खाकर आत्महत्या की कोशिश के पीछे की वो स्याह हक़ीक़त है जो छुपाया जारहा है। लड़की बाढ़ बाजार के Dr सपना कुमारी के गुलाबबाग स्थित निजी नर्सिंगहोम में इलाजरत है। मिल रही जानकारी के अनुसार लड़की की हालत अत्यधिक गंभीर है। अगले 36 घंटे लड़की ख़ातिर बेहद अहम है।वही, दूसरी तरफ स्थानिए थाना और लड़की के परिजनों की तमाम कोशिश यह है कि घटना के पीछे का सच बाहर न आए। लेकिन पटना Live टीम की खोजी पत्रकारिता से यह ग़ैरकानूनी वारदात और ख़ाकी की काली भेड़ों का कुकृत्य ढका छिपा न रह सका। हम ने इस घटना के बाबत सूत्रों से मिली जानकारी को न केवल क्रॉस चेक किया बल्कि इसकी सत्यता परखते हुए इसके तहत तक जाने की कवायद शुरू की तो युवती के आत्महत्या की कोशिश के पीछे का भयावह सच यानी पकड़वा ब्याह की वजह से 2 जिंदगियों पर मंडराते ग्रहण को बेनक़ाब कर दिया बल्कि अब इसे पब्लिक डोमेन में ला दिया है। ताकि 2 मासूम जिंदगियों को बचाया जा सके।
कब कहाँ कैसे और क्यो?
दरअसल,जहर खाकर आत्महत्या करने का प्रयास करने वाली लड़की का नाम संजना कुमारी है। पिता का नाम भुना यादव है। बाढ़ के लैहेरियापोखर की रहने वाली है। अस्पताल के बेड पर जिंदगी और मौत के आग़ोश झूलती संजना कुमारी की शादी एक पखवारे पूर्व अमित कुमार नामक युवक से एक मंदिर में हुई है। ये बात अलग है कि शादी जबरिया कराइ गई है। शादी का वीडियों बनाया गया और फिर युवक को लड़कीवालों के द्वारा अपने कब्जे में लेकर कैदकर लिया गया है।संजना व अमित की जबरिया शादी का यह वीडियो देखिए। यह वीडियों इस कथित शादी की हकीकत को कुछ हद तक बयान करता है। पहले आप यह वीडियों देखिए फिर इस शादी को हम क्यो पकड़ुआ शादी कह रहे है इस हक़ीक़त से भी आप को भलीभांति अवगत कराते है।
Super Exclusive(Video) फिर हुआ पकड़ुआ बियाह लड़का कब्जे और लड़की अस्पताल में जिंदगी और मौत से जूझ रही लेकिन पटना पुलिस? pic.twitter.com/lVfroHO8ZO
— kuldeep Bhardwaj (@krisbhardwaj) December 1, 2022
कौन है अमित कुमार और क्यो है लापता!
पकड़ुआ ब्याह के लिए अमित कुमार को बकौल परिजनों के विगत पखवारे राजधानी पटना के गाँधीमैदान के पास से दिनदहाड़े कुछ लोगो द्वारा जबरिया स्कोर्पियो में उठाकर बाढ़ ले जाया गया। अपहृत युवक अमित कुमार भी मूल रूप से बाढ़ के ही बागबैसी गाँव का निवासी है। अमित के पिता शिवबालक यादव रेलवे (Railway) में कार्यरत है। अपहृत अमित कुमार अपने माँ बाप का इकलौता बेटा है। खेतीबारी के लिए भी परिवार के पास ठीक ठाक पर्याप्त पुश्तैनी ज़मीन जायदाद भी है। यानी परिवार सुखी सम्पन्न है। इकलौता बेटा होने की वजह माँ बाप ने लाड प्यार से पाला पोसा है।साथ ही परिजन अमित को यथाशक्ति तमाम सुख सुविधा मुहैया करवाते रहे है। साथ ही रूपए पैसे की भी कोई कमी नही की गई है। बताया जाता है कि वर्त्तमान में अमित पटना में रहकर पढ़ाई कर रहा था। बकौल पिता शिवबालक के मेरे बेटे को पटना से उठाकर लाया गया और फिर लाकर जबरिया उसकी शादी करादिया गया। तदुपरांत हमलोगों को वीडियों भेजकर बताया गया की अमित ने प्रेम प्रसंग में एक लड़की से मन्दिर में जैसे तैसे शादी कर लिया है। मोबाइल पर आए कथित शादी का वीडियों देख कर हमलोग का दिमाग चकरा गया। फिर जब हमलोग अपने बेटा अमित के बारे में पूछे तो इधर उधर की बाते बताई जाने लगी पर अमित कहाँ की जानकारी देने में आनाकानी किया जाने लगा। उस दिन के बाद से हमारे बेटा का कोई अता पता नही है। कथित शादी और बेटे के बाबत तमाम उल्टा पुल्टा सुनकर घर मे सबलोग घबरा गए। लेकिन जब कई बार जब भेजा गया शादी का वीडियों हमसभी ने देखा तो इस बेगानी शादी की हक़ीक़त साफ साफ दिखाई दी कि शादी मेरे बेटे अमित की मर्जी के विरुद्ध जबरिया की जा गई। न पंडित न कोई विधिविधान बस माला पहना दिया गया और वीडियों बना लिया गया। यह सब देखकर हमलोग डर गए और बेटे की सलामती को लेकर परेशान हो गए तब हमने पुलिस से मदद ख़ातिर बाढ़ थाना का रुख किया।
बाढ़ थाना में परिजन से हुआ दुर्व्यवहार
बेटे अमित कुमार के अचानक ब्याह की जानकारी मिलने से हतप्रभ और डरे सहमे पिता व अन्य परिजन भागे भागे बाढ़ थाना पहुचे और बेटे के अपहरण व उक्त वीडियों में उसकी शादी के बाबत जानकारी साझा करते हुए मदद की गुहार लगाई। लेकिन बकौल अमित के परिजनों के बाढ़ थानेदार और मुंशी के व्यवहार से ऐसा लगा कि वो पहले से ही सब कुछ जान रहे है मामला दर्ज करने की बजाए हमलोगों को ही पहले ऊँच नीच समाज़िक व्यवस्था एक ही जाति व समाज के होने जैसी बातों की घुट्टी पिलाई जाने लगी लड़की के भविष्य उसके परिजनों की बदनामी का उलाहना जैसे तमाम बातें समझाई जाने लगी। साथ ही कई तर कानूनी प्रक्रियाएं समझाने लगे तो हम।सबके होश उड़ गए। थाना में पुलिसवालों के द्वारा इतना सबकुछ कहने सुनने व समझाए जाने के बाद भी जब अमित के पिता नही माने और बेटे अमित के अपहरण की लिखित शिकायत दर्ज करने की बात कहते रहे और मुकदमा दर्ज कराने पर आमदा बने रहे तो फिर पुलिसवाले भी खुलकर सामने आ गए और फिर तमाम तरह के अनापशनाप बोलने लगे। यहीं नही अपशब्दों की बौछार करते हुए बेटे अमित को ही जेल भेजने और साथ ही अन्य परिजनों को भी कानूनी धाराओं में बुक करने की धमकी देने लगे।फिर भी हमसभी फरियाद करते हए लापता अमित को ढूढने की गुहार लगाते रहे। हद तो तब हो गई जब हमारे ही बेटे अमित को दोषी बताते हुए हमसभी परिजनों को गरियाते धकियाते धमकाते हुए थाने से खदेड़ दिया गया।
पकड़ुआ ब्याह को मैटरलाइज़ करने ख़ातिर पंचायत
अपहृत कर अमित कुमार से अपनी बेटी संजना कुमारी की जबरिया शादी कराने के बाद लड़की के पिता भुना यादव समेत उसके भाइयों अन्य रिश्तेदारों व सगेसंबंधियों समर्थक ग्रामीणों ने तमाम तरह से पहले तो स्वजातीय होने की बात कहते हुए सामाजिक दबाव बनाकर इस जबरिया ब्याह की अपनी गैरकानूनी करतुत को मैटरलाइज़ करने की तमाम कोशिशें की पर बात नही बनी। इसी बीच अपने ट्रेसलेस बेटे को तलाश रहे शिवबालक यादव को अपने किसी जानकार के माध्यम से सटीक जानकारी मिली कि अमित को लड़की के परिजन ने अपने ही लैहेरियापोखर स्थित घर मे कैद कर रखा है। उसे भुना यादव ने अपने घर के एक कमरे में कैद कर रखा है। साथ ही यह भी जानकारी मिली कि अमित भी लगातार इस शादी का न केवल विरोध कर रहा है बल्कि तमाम कोशिशों के बावजूद लड़की को अपनी पत्नी स्वीकार नही कर रहा है। इन तमाम हालत की वजह और लड़के की स्वीकार न करने की जिद्द की वजह लड़की संजना न केवल हताश है बल्कि बेहद दुखी है। इधर,जब लड़कीवाले तमाम प्रयास व सामाजिक दबाव डालकर भी इस बलात विवाह को मैटरलाइज़ करने में कामयाब नही हो पाए तो पुनः एक बार बाढ़ थाना पुलिस की शरण मे जा पहुचे।
सादे कागज पर साइन करवाने का आरोप
बकौल अमित के परिजनों के लड़की के पिता के शरणागत होते ही फिर एक बार बाढ़ थाना पुलिस ने इस गैरकानूनी मामले में दख़ल देते हुए अमित के माँबाप पर दबाब बनाते हुए इस पकड़वा विवाह को कबूल कर लड़की को बहु मान लेने ख़ातिर तरह तरह से जबरिया धौस व कानूनी पावर के बेजा इस्तेमाल की कवायद शुरू कर दिया। जबतब थाने आने ख़ातिर कहा जाने लगा लेकिन ख़ाकी के साथ पूर्व के अपने बेहद कटु अनुभव से आहत व भयभीत अमित के पिता शिवबचन यादव ने अपने इलाके वार्ड पार्षद से मामले की चर्चा करते हुए सहयोग मांगते हुए साथ थाना चलने की गुहार लगाई। मामले की गंभीरता को देखते हुए पार्षद ने उनके साथ बाढ़ थाने का रुख किया। अमित के पिता की मौजूदगी में थाने में ही पंचायत शुरू हुई तमाम तर्क व कुतर्क के बावजूद भी जब अमित के पिता व अन्य इस विवाह को स्वीकारने को सहज नही हुए और मामले का मनचाहा हल निकलाता देख बाढ़ थान पुलिस ने अपना रौद्र रूप अख्तियार कर लिया और फिर क़ानून की धाराओं की मनमर्जी धौसपट्टी देने लगे।यही नही न केवल अमित के पिता बल्कि उक्त वार्डपार्षद को भी जमकर हड़काया जाने लगा और मुकदमा कर जेल भेजने मुकदमे में फ़साने जैसे तामाम तरह से धमकाने व पल पल थाने के बिगडते माहौल से अमित के थाने बैठे पिता बुरी तरह डर गए फलाफल यह हुआ कि थाने में कथित तौर पर एक सादे कागज पर शिवबालक यादव से साइन तक करा लिया गया।ये तमाम बातें अमित के परिजनों ने साझा करते हुए पुलिस की भूमिका पर कई तरह के आरोप लगाते हुए तमाम बातें साझा करते हुए स्पष्ट कहा कि पुलिस अपना निर्णय थोपना चाहती है।
लड़की ने खाया ज़हर हालात गभीर
पकड़ुआ ब्याह की इस ग़ैरकानूनी वारदात का सबसे दुख पहलू ये है कि पिता भूरा यादव के द्वारा अपनी जिस बेटी संजना कुमारी का जबरन शादी कराई है उसी बेटी ने बुधवार व गुरुवार की दरमियानी रात के किसी पहर में अपने लैहेरियापोखर स्थित घर मे परिजनों से हुए गतिरोध और खुद के भविष्य को अधर में लटकता देख व पल पल बदलेते हालात से हताश होकर जहर खाकर आत्महत्या की कोशिश की लेकिन परिजनों को समय रहते ज्ञात हो गया। फिर तो कोहराम मच गया और पहले तो घर मे ही मामला संभालने की तमाम कोशिशें की पर जब हालात बिगड़े लगे और बेटी संजना की हालत बद से बदतरीन होने लगी तो आखिरकार परिजनों ने आननफानन में बाढ़ के गुलाबबाग स्थित डॉ सपना कुमारी के नर्सिग होम में गुरुवार की (मिली जानकारी के अनुसार) दोपहर में एडमिट कराया। जहाँ संजना की हालत बेहद गंभीर बनी हुई है। बकौल इलाज कर रहे डॉक्टर के संजना के लिए अगले 36 घंटे बेहद क्रिटिकल है। इधर, इस घटना की जानकारी अमित कुमार के परिजनो को भी लगी जो अपने लापता बेटे की तलाश में भटक रहे है। वही, इस आत्महत्या के प्रयास के सार्वजनिक होने के बावजूद खबर लिखे जाने तक बाढ़ थाना पुलिस ने उक्त नर्सिंग होम में जाकर तहकीकात करने की जहमत तक नही उठाई बल्कि मौन धारण किए रही। वही दूसरी तरफ अपने इकलौते बेटे अमित के लड़की के परिजनों द्वारा कैद कर लापता कर दिए जाने और पुलिस द्वारा मामला दर्ज किया नही किए जाने और प्रताड़ित किए जाने से हताश निराश रेलवे कर्मचारी शिवबालक यादव का परिवार किसी अप्रिय अनहोनी की आशंका से भयभीत है।