BiG News|समस्तीपुर में जनताराज का जनाज़ा|नाबालिक से दरिंदगी का चरम गैंगरेप,काटी जीभ फिर हत्या की कोशिश
समस्तीपुर जिला बना अपराधियों ख़ातिर सेफ जोन, बेलगाम और खाकी से पूरी तरह बेख़ौफ़ अपराधियों ने तांडव मचा रखा है,आवाम कराह रही,ताबड़तोड़ होते अपराध के बावजूद पुलिस कप्तान और जिम्मेदार अधिकारियों को मिला हुआ अभयदान आखिर क्यों? हद देखिए मासूम से दरिद्गी से अवगत थानेदार आवेदन का कर रहे है इंतजार !
पटना Live डेस्क। बिहार में पूरी तरह कानून व ख़ाकी से पूरी तरह बेखौफ हो चुके अपराधियों का तांडव नित नई ऊंचाइयों और दहशत के मुकाम को छू रहा है। राजधानी पटना समेत सूबे के इन जिलों दरभंगा, बेगूसराय, वैशाली, आरा, मुजफ्फरपुर और समस्तीपुर जिले में अपराधियों ने कोहराम मचा रखा है। कोई ऐसा दिन नही गुजरता जिस दिन सूबे में अपराधियों का कहर न बरपे,वही दूसरी तरफ बिहार पुलिस मुख्यालय लगातार आँकड़ों के जरिए अपराध में कमी का बखान करते नही अघाता है। लेकिन आप गर जो जमीनी हक़ीक़त का तफ़सरा करे तो हालात लगातार बद से बदतर और अब बदतरीन की ओर जा चुके है। कहते है जब घर का मुखिया ही तमाम विवादों और आरोपो प्रत्यारोपों की जद में होगा तो बाकी परिजन का तो ख़ुदा ही मालिक है। इसी हालात से दो चार बिहार पुलिस का पूर्व से दागदार दामन लागातार दाग का दायरा बढ़ने से बेबस और निढाल हो चुका है। महज 19 दिसम्बर तक का हवाला देकर सीएम भी अभयदान दे चुके है। मतलब समझते रहिए
इसी कड़ी में समस्तीपुर में नाबालिग के साथ गैंगरेप के बाद उसे मारने की कोशिश की गई। 15 साल की नाबालिग अपने घर के दरवाजे पर बैठी थी, वहीं से बदमाश उसे उठाकर ले गए। उसके साथ ऐसी दरिंदगी की गई कि हर कोई हैरान है। 5 लोगों ने उसके साथ दरिंदगी की। गैंगरेप के बाद उसकी जीभ काट डाली। इतना ही नहीं उसके ब्रेस्ट को भी काटकर जख्मी कर दिया गया है। इतने से भी दरिंदो का मन नहीं भरा तो अपना गुनाह छुपाने ख़ातिर पीड़िता का गला दबाकर उसे लगभग मौत के घाट उतार ही दिया था। गला दबाने के दौरान वो बेहोश हुई तो उसे मरा हुआ समझकर बगीचे में फेंक कर फरार हो गए। यह घटना 11 नवंबर की बताई जा रही है। अब जाकर मामला सामने आया है।
दिनदहाड़े नाबालिक को उठाया
बताया जा रहा है किशोरी को दिनदहाड़े घर के पास से आरोपियों ने उठाया। उसके मुंह में कपड़ा ठूंस कर उसे जबरन पास के लीची के बगीचे में ले गए और वारदात को अंजाम दिया। दुष्कर्म के बाद दोषियों ने उसे जान से मारने की कोशिश की। और मरा हुआ समझ बगीचे में फेंक दिया।11 नवंबर को किशोर घर नहीं लौटी तो परिजनों ने उसे ढूंढना शुरू किया।इसी दौरान किशोरी को खोज रहे लोगों ने उसे बगीचे में खून से लथपथ पड़ा देखा। वह बेहोशी की हालत में निर्वस्त्र पड़ी थी।परिजन किशोरी को लेकर तुरंत इलाज के लिए एक निजी क्लीनिक में ले गए।बताया जा रहा है कि दरिंदों ने बच्ची के प्राइवेट पार्ट को दांतों से काटा है। उसके ब्रेस्ट पर भी गंभीर घाव के निशान हैं। गले में घाव के चलते लड़की कुछ बोल नहीं पा रही है। लड़की की हालत गंभीर बनी हुई है। परिवार ने ये भी बताया कि वो बच्ची को सिविल अस्पताल भी लेकर गए थे, लेकिन वहां बच्ची को भर्ती नहीं किया।डॉक्टरों ने गंभीर स्थिति को देखते हुए बेहतर इलाज के लिए मुजफ्फरपुर रेफर कर दिया।यहां वह जिंदगी और मौत से जूझ रही है।
चंदे हो रहा इलाज दरिंदों की गिरफ्तारी की मांग
घटना को लेकर स्थानीय लोगों ने बताया कि किशोरी के परिवार की स्थिति काफी दयनीय है। ग्रामीणों से चंदा लेकर किशोरी का इलाज कराया जा रहा है।इधर, घटना की सूचना मिलने पर भाकपा माले के कल्याणपुर प्रखंड सचिव दिनेश कुमार एवं पूसा प्रखंड सचिव अमित कुमार ने परिजनों से मिलकर जानकारी ली। न्याय का भरोसा दिलाया। चकमेहसी थाने की पुलिस से दरिंदों की गिरफ्तारी की मांग की है। घटना को लेकर स्थानीय लोगों में आक्रोश है।
थानेदार को आवेदन का इंतजार
वहीं एसपी हृदय कांत ने बताया कि घटना की जानकारी मिली है। चकमेहसी थाने की पुलिस को पीड़ित परिवार से मिलकर पूरी जानकारी लेकर जांच उपरांत उचित कार्रवाई करने का आदेश दिया गया है।दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। चकमेहसी थाना अध्यक्ष चंद्र किशोर टुडू ने बताया कि पीड़ित के परिजनों के द्वारा आवेदन नहीं दिया गया है। आवेदन देने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। सूचना के आधार पर मामले की छानबीन की जा रही है।आवेदन मिलने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
जनताराज का जनाज़ा
सूबे में सुशासन के बाद अब जनताराज है। मुख्यमंत्री वही है साथी व सत्ता के हिस्सेदार बदल गए पर नही बदला है तो शासन व प्रशासन की कार्यशैली और खाकी का मॉडस ऑपरेंडी। वही सब कुछ अब भी निरंतर जारी है सरकारी एदारों में घोर लापरवाही,साहब-ए- दिफ़ा की मनमर्जी, खुद की उन्नति में मुतमइन और बिना बोझ आगे नही सरकती है मुक़दमा हो या सरकारी काम की फाइल।हद तो देखिए सब को सब पता है पर रोकेगा कौन? ख़ैर,बात समस्तीपुर जिले के चकमेहसी थाने के सैदपुर गांव का है।जहां एक बंजारा परिवार की एक 15 साल की किशोरी से सामूहिक दुष्कर्म का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि दुष्कर्म के बाद पीड़ता को गला घोंटकर जान से मारने का प्रयास भी किया गया और उसे मरा बगीचे में छोड़ आरोपी फरार हो गए। वहीं बेहोशी की स्थिति में मिली किशोरी का इलाज चंदे से हो किया जा है। दरिन्दगी और हैवानियत भरा यह काण्ड 11 नवम्बर का है स्थानिए स्तर पर इसे दबाए रखा गया और जब खुलासा हुआ तो थानेदार चकमेहसी थानेदार चन्द्रकिशोर टुडू का बयान यहां उल्लेखनीय है कि…पीड़ित के परिजनों के द्वारा आवेदन नहीं दिया गया है। क्या समस्तीपुर पुलिस अधीक्षक इस बयान से सहमत है?
वाह रे जनताराज़ ….तभी तो एक शख्स का सवाल अब भी जेहन में गूंज रहा है… क्या जब वसूली करना होता है तब भी आवेदन का…….. ???