सिवान: बरसात का मौसम शुरू होते ही जिरादेई प्रखंड मुख्यालय स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) जीरादेई में मरीजों की भीड़ बढ़ गई है। गुरुवार को रजिस्ट्रेशन काउंटर से लेकर दवा वितरण काउंटर तक लंबी कतारें देखने को मिलीं। इनमें अधिकांश मरीज सर्दी, खांसी, वायरल बुखार, चर्म रोग और डायरिया जैसी मौसमी बीमारियों से पीड़ित थे।
डॉक्टरों ने किया अलर्ट
प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. अरुण कुमार ने कहा कि बरसात के दिनों में मच्छरों और जलजनित बीमारियों का खतरा तेजी से बढ़ जाता है। खासकर डेंगू, मलेरिया, टायफॉइड, डायरिया और वायरल फीवर का संक्रमण अधिक फैलता है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे अपने आसपास पानी जमा न होने दें और रात में सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग अनिवार्य रूप से करें।
वहीं, ड्यूटी पर तैनात डॉ. आफताब आलम ने मरीजों को बचाव के टिप्स दिए। उन्होंने कहा कि साफ-सफाई और सावधानी बरतकर इन बीमारियों से काफी हद तक बचा जा सकता है।
बच्चों और बुजुर्गों पर ज्यादा असर
अस्पताल में पहुंचे मरीजों में बड़ी संख्या बच्चों और बुजुर्गों की रही। अधिकांश लोग सर्दी-खांसी और वायरल बुखार से परेशान थे। चिकित्सकों ने परिजनों से कहा कि किसी भी तरह की लापरवाही न करें और लक्षण दिखते ही तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर संपर्क करें।
स्वास्थ्य विभाग की अपील
डॉक्टरों ने आमजन से अपील की है कि वे बारिश के मौसम में विशेष सतर्कता बरतें। बाहर का दूषित पानी पीने से बचें, उबला या फिल्टर किया हुआ पानी ही इस्तेमाल करें और बच्चों को गंदे पानी में खेलने से रोकें।