GOPALGANJ: जिले अंतर्गत हथुआ थाना क्षेत्र की एक युवती को आंगनबाड़ी पर्यवेक्षिका बनाने के नाम पर 11.43 लाख की ठगी कर ली गई। इस मामले को लेकर पीड़िता ने गोपालगंज साइबर थाना में प्राथमिकी कराई है। हथुआ थाना क्षेत्र के रूपन चक निवासी मीना कुमारी ने पुलिस को बताया कि आंगनबाड़ी महिला पर्यवेक्षिका के लिए बिहार सरकार में 20 जुलाई 2018 को ऑनलाइन आवेदन दिया। तब तक कोरोना के कारण विभाग की ओर से सारी कार्रवाई स्थगित कर दी गई। मीना कुमारी को भर्ती के संबंध में विभाग की ओर से कोई सूचना नहीं दी गई। कुल लोगों की ओर से गलत सूचना फोन पर देकर ठगी कर ली गई।
पटना से जावेद अली ने 10 जनवरी 2024 को फोन करके कहा कि आइसीडीएस ऑफिस से बोल रहा हूं। आपने आंगनबाड़ी महिला पर्यवेक्षिका का आवेदन दिया है। यह कागज मेरे पास आया है। उसने मेरिट लिस्ट में नाम अंकित करने के लिए पैसे की मांग की। रुपया प्राप्त होने के बाद उसने बताया कि आपका नाम मेरिट लिस्ट में चढ़ाकर ट्रेनिंग डिपार्टमेंट में भेज दिया गया है। इसके बाद रोहित राय ने 30 जनवरी को फाेन कर कहा कि आपका आवेदन पत्र मेरे यहां प्राप्त हुआ है। आप ट्रेनिंग शुल्क मेरे यहां भेजिए। युवती ने रुपये भेज दिए। यह सिलसिला यहीं नहीं रुका इसके बाद अतुल सोनी पोस्टिंग कराने के नाम पर रुपये ले लिए। इसके बाद भी युवती को गुमराह कर पैसे लिए गए।
इस प्रकार मीना कुमारी को धोखा देकर नौकरी की प्रक्रियाओं का झूठा आधार बनाकर रुपया हड़प लिया गया है। पोस्टिंग की तो बात ही छोड़िए अबतक न तो उनकी बहाली हुई ना ही उनका ट्रेनिंग हुआ। साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर शिकायत करने के बाद युवती ने कुल 11 लाख 43 हजार 49 रुपये की ठगी से संबंधित साइबर थाने में प्राथमिकी कराई। पुलिस मामले की जांच कर रही है। इस प्राथमिकी में एक सवाल यह भी है कि आंगनबाड़ी में महिला पर्यवेक्षिका के लिए युवती की ओर से किए गए ऑनलाइन आवेदन के बारे में साइबर ठगों को जानकारी कैसे हुई? आखिर युवती का डिटेल कहां से लीक हुआ। पुलिस इन सभी बिंदुओं पर जांच कर रही है।