गोपालगंज: जिले अंतर्गत बैकुंठपुर थाना क्षेत्र के एकडेरवां गांव के पिता-पुत्र की दिल्ली में गला रेतकर हत्या कर दी गई। घटना की खबर मिलते ही एकडेरवां गांव में मातम छा गया। घटना शुक्रवार की रात्रि की है। बताया जाता है, कि एकडेरवां गांव निवासी सेवानिवृत शिक्षक व स्वर्गीय देवनाथ सिंह के 33 वर्षीय पुत्र अनुज कुमार सिंह दिल्ली के नबी करीम इलाके में ढाबा चलाते थे। दिल्ली में ही उनकी मां पत्नी व बेटा, बेटी रहता था। कुछ ही दिनों पहले अनुज कुमार सिंह दिल्ली के द्वारिका क्षेत्र में एक नया मकान खरीदे थे। शुक्रवार को यहां पूजा करने के लिए उनकी पत्नी रीमा देवी, बेटी जानवी कुमारी व मां कलावती देवी चली गई। ढाबा के पास अनुज कुमार सिंह व उनका आठ वर्षीय पुत्र रौनक कुमार रुक गए। शनिवार की सुबह जब अनुज की पत्नी द्वारिका से उन्हें फोन लगाई तो उनका मोबाइल स्विच ऑफ मिला। काफी समय तक फोन खुलने का इंतजार करने के बाद शनिवार की दोपहर पत्नी मां व बेटी ढाबा पर पहुंची। यहां ढाबा का शटर भीतर से बंद था। यह देख सभी भौचक रह गए। उसके बाद परिवार के सदस्य किसी तरह छत पर पहुंचे तो देखा कि पिता पुत्र की खून से लथपथ शव पड़ा है। इसके बाद सभी जोर-जोर से चिल्लाकर रोने लगे। इस पर आसपास के लोग इकट्ठा हो गए। इसकी सूचना स्थानीय थाने की पुलिस को दी गई मौके पर पहुंची पुलिस ने पाया कि ढाबा में लगे कैमरा को भी तोड़ दिया गया है हालांकि आसपास के घरों में लगे सीसी कैमरा के सहयोग से पुलिस हत्यारे तक पहुंचने की कोशिश करने लगी। ढाबा में काम करने के लिए दस दिन पहले रखे गए नौकर मौके से फरार मिला। इस पर शक की सुई नौकर की तरफ ही इशारा करने लगी। दिल्ली पुलिस उस नौकर के तलाश में जुट गई। नौकर को होटल के बगल में स्थित सब्जी दुकानदार ने रखवाया था। उसने उसका पता बिहार के मुजफ्फरपुर का बताया था। दिल्ली पुलिस तत्काल उस सब्जी दुकानदार को अपने गिरफ्त में लेकर पूछताछ करने लगी। इस बीच दिल्ली पुलिस ने फरार उस नौकर को भी पंजाब से गिरफ्तार कर लिया। घटना स्थल से अनुज का मोबाइल गायब था। इसके लोकेशन के आधार पर नौकर की गिरफ्तारी संभव हो सकी।
अपमान का बदला लेने के लिए नौकर ने किया ढाबा संचालक पिता-पुत्र की हत्या
दिल्ली पुलिस के अनुसार नबी करीम इलाके में ढाबा संचालक अनुज कुमार सिंह व उनके आठ वर्षीय बेटे रौनक की हत्या करने वाले सहायक सोनू पासवान को पुलिस ने पंजाब से गिरफ्तार कर लिया। सोनू ने अपमान का बदला लेने के लिए हत्या की। वह अनुज का मोबाइल लेकर भाग गया था। इसके लोकेशन पर पुलिस ने सोनू को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के दौरान उसने बताया कि 18 अक्टूबर को गल्ले से रुपये चोरी करने के दौरान अनुज ने उसे पकड़ लिया था और लोगों के सामने अपमानित किया था। उसे गालियां दी थी और थप्पड़ भी जड़ दिया था। उस दौरान अनुज की मां ने समझा बुझाकर मामले को शांत करा दिया था, पर वह खुन्नस मान बैठा था। शुक्रवार देर रात सोनू ने शराब पी थी। नशे में उसे अपमानित करने वाली बात याद आ गई। इस बात पर सोनू ने रसोई से चाकू लिया और अनुज का गला रेत दिया। शोर सुनकर रौनक की नींद खुल गई। इसपर उसने रौनक को भी मार डाला।
इंटरमीडिएट तक पढ़ाई करने के बाद बिहार छोड़कर दिल्ली चले गए थे अनुज
बैकुंठपुर थाना क्षेत्र के एकडेरवां गांव निवासी अनुज कुमार सिंह इंटरमीडिएट तक पढ़ाई करने के बाद दिल्ली चले गए। उन्होंने दिल्ली से ही होटल मैनेजमेंट की पढ़ाई की। उसके बाद दिल्ली स्थित ताज होटल में नौकरी करने लगे हालांकि बाद में अनुज ने नौकरी करने से बेहतर अपना होटल खोलकर कमाई करने की सोची। उसके बाद दिल्ली के पहाड़गंज क्षेत्र के नबी करीम इलाके में अपनी ढाबा खोल कर उसका संचालन करने लगे।
अपने तीन भाइयों में सबसे होनहार व मांझिल थे अनुज
बैकुंठपुर थाना क्षेत्र के एकडेरवां गांव निवासी अनुज कुमार सिंह अपने तीन भाइयों में सबसे होनहार व मांझिल थे। बड़े भाई अमलेश कुमार सिंह दिघवा दुबौली में कपड़ा का दुकान चलाते हैं, जबकि छोटे भाई अमित कुमार सिंह दिल्ली में ही इंजीनियर हैं। करीब सात वर्ष पूर्व उनके पिता सेवानिवृत्ति शिक्षक देवनाथ सिंह का निधन हो गया। उसके बाद अनुज की पत्नी मां वह बेटा, बेटी भी दिल्ली में रहने लगे। घटना के बाद अनुज के परिवार व गांव में दशहरा की खुशियां गम में तब्दील हो गई। उनके चचेरे भाई त्रिलोकी सिंह सहित अन्य स्वजन का रो-रोकर बुरा हाल है।