BIG Breaking-पटना में बड़े पैमाने पर थानेदारों और इंस्पेक्टरों का हुआ तबादला देखे लिस्ट
पटना Live डेस्क। राजधानी पटना में बड़े पैमाने पर थानेदारों का तबादला एसएसपी मानवजीत सिंह ढिल्लों द्वारा बुधवार की शाम किया गया है। पटना जिले के 12 थानों में नए थानेदारों की तैनाती की गई है। वहीं, 7 अंचलों में नए सर्किल इंस्पेक्टर भेजे गए हैं।।इसके अलावा एक इंस्पेक्टर को कोषांग में भी नए प्रभारी को प्रतिनियुक्त किया गया है। इन तबादलों में एक बड़ी बात है कि इन्हें योगदान से पहले लिखित में देना होगा कि इनके विरुद्ध किसी आपराधिक या विभागीय मामले में जांच तो नहीं चल रही है अथवा विभागीय कार्रवाई के दौरान इन्हें किसी प्रकार की सजा तो नहीं मिली है।अगर ऐसा है तो फिर उक्त पदाधिकारी को थानेदार या अंचल निरीक्षक नहीं बनाया जाएगा।
श्रीकृष्णपुरी, दानापुर, गर्दनीबाग को मिले नए थानेदार
एसएसपी डा. मानवजीत सिंह ढिल्लों ने बताया कि मसौढ़ी थानाध्यक्ष रणजीत कुमार रजक को गर्दनीबाग, ग्रामीण एसपी के विधि व्यवस्था कोषांग प्रभारी धीरज कुमार को श्रीकृष्णापुरी, मसौढ़ी सर्किल इंस्पेक्टर कमलेश्वर प्रसाद सिंह को दानापुर, फुलवारीशरीफ थानाध्यक्ष रफीकुर रहमान को नौबतपुर, पुलिस लाइन के इंस्पेक्टर एकरार अहमद को फुलवारीशरीफ, खगौल थानाध्यक्ष मुकेश कुमार मुकेश को फतुहा, डुमरा सर्किल इंस्पेक्टर फुलदेव चौधरी को खगौल, आलमगंज थानाध्यक्ष सुधीर कुमार को अगमकुआं, अगमकुआं थानाध्यक्ष अभिजीत कुमार को आलमगंज, परसाबाजार थानाध्यक्ष संजय कुमार-2 को मसौढ़ी, दानापुर सर्किल इंस्पेक्टर माशूक अली को परसाबाजार और हाथीदह सर्किल इंस्पेक्टर मो. इरशाद को बाईपास थाने की कमान सौंपी गई है।
संजीत कुमार सिन्हा बने मद्य निषेध कोषांग के प्रभारी
वहीं, सूचना का अधिकार कोषांग के प्रभारी योगेश चंद्र को पुनपुन सर्किल, एलटीएफ सदर प्रभारी मनोज कुमार सिंह-2 को मसौढ़ी अंचल, बख्तियारपुर सर्किल इंस्पेक्टर महेश कुमार को बिक्रम अंचल, मद्य निषेध कोषांग प्रभारी अनिल शर्मा को बख्तियारपुर अंचल, फतुहा सर्किल इंस्पेक्टर मनोज कुमार सिंह-3 को हाथीदह अंचल, बिक्रम सर्किल इंस्पेक्टर नागेश्वर सिंह को फतुहा अंचल और आरटीपीएस प्रभारी मंजू कुमारी को दानापुर अंचल का इंस्पेक्टर बनाया गया है। मंजू कुमारी डुमरा अंचल निरीक्षक के भी प्रभार में रहेंगी। बाईपास थानाध्यक्ष संजीत कुमार सिन्हा को जिले के मद्य निषेध कोषांग का प्रभारी बनाया गया है।
1563 आरक्षी/हवलदार का भी हुआ तबादला
इनके अतिरिक्त 1563 हवलदार और जवानों का भी तबादला हुआ है। सभी छह माह से ज्यादा समय से एक ही स्थान पर तैनात थे। यह प्रक्रिया तीन साल से लंवित थी।