पटना: गांधी जयंती पर सोमवार को बिहार में कराई गई जाती आधारित गणना के आंकड़े प्रकाशित होने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पूरी टीम को बधाई दी है। उन्होंने इंटरनेट मीडिया के माध्यम से एक पोस्ट साझा करते हुए कहा है, कि सर्वसम्मति से जाति आधारित गणना के लिए विधानमंडल में प्रस्ताव पारित किया गया था। बिहार विधानसभा के सभी नौ दलों की सहमति से बिहार में जाति आधारित गणना कराने का निर्णय लिया गया था।
इसके लिए संसाधनों की व्यवस्था राज्य सरकार को ही करनी थी। पिछले वर्ष 2 जून को मंत्रिपरिषद से बिहार में जाति आधारित गणना कराने के लिए स्वीकृति मिली थी। उसके बाद राज्य सरकार अपने संसाधनों से जाति आधारित गणना कराने के कार्य में जुट गई। मुख्यमंत्री ने कहा कि जाति आधारित गणना से न सिर्फ जाति के बारे में पता चला है, बल्कि सभी जाति के लोगों की आर्थिक स्थिति की जानकारी भी मिली है।
अब इसी के आधार पर सभी वर्गों के विकास एवं उत्थान के लिए आगे कार्य किया जाएगा। उन्होंने कहा कि बिहार में कराई गई जाति आधारित गणना को लेकर शीघ्र ही बिहार विधानसभा के उन्हीं नौ दलों की बैठक बुलाई जाएगी तथा जाति आधारित गणना के परिणामों से उन्हें अवगत कराया जाएगा। जाति आधारित गणना कार्य में लगे राज्य भर के सभी जिले के कर्मियों की सराहना करते हुए पूरी टीम को सीएम ने बधाई दी है।