गोपालगंज: 14 पंचायतों के आंगनबाड़ी सेविकाओं को दूसरे दिन भी दिया गया प्रशिक्षण
सीडीपीओ ने बताया कि प्रशिक्षण के पहले दिन बंधौली बनौरा, बांसघाट मंसुरिया, हकाम, रेवतिथ, परसौनी, उसरी, चमनपुरा ल अजबीनगर पंचायतों के सेविकाओं को प्रशिक्षण दिया गया था।
गोपालगंज: जिले अंतर्गत बैकुंठपुर प्रखंड मुख्यालय स्थित बाल विकास परियोजना कार्यालय में शनिवार को दूसरे दिन भी आंगनबाड़ी सेविकाओं को पुनश्चर्या प्रशिक्षण दिया गया। इसमें सिरसा मानपुर, खैराआजम, धर्मबारी, कतालपुर, जगदीशपुर, हमीदपुर, चिऊटाहां, बखरी, बंगरा, प्यारेपुर, फैजुल्लाहपुर, गम्हारी, दिघवा दुबौली दक्षिण, दिघवा दुबौली उत्तर सहित 14 पंचायतों के आंगनबाड़ी सेविकाएं शामिल हुई। सीडीपीओ कुमारी श्वेता ने बताया कि प्रशिक्षण का उद्देश्य कार्यों को समय से संपन्न करने के तौर तरीके से संबंधित है।
सरकार के महत्वाकांक्षी व जन कल्याणकारी योजनाओं को लाभुकों तक पहुंचना है। जिसमें मुख्य रूप से एफआरएस को शत-प्रतिशत जून माह के अंत तक पूरा करते हुए एफआरएस से हीं टीएचआर का वितरण करने से संबंधित जानकारी दी गई। प्रत्येक महीने के पहले सप्ताह में आंगनबाड़ी केंद्र में पढ़ने वाले बच्चों की लंबाई एवं वजन को पोषण ट्रैकर ऐप में दर्ज करने की जानकारी दी गई। प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना, मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना को लाभुकों तक पहुंचाने का निर्देश दिया गया।
सीडीपीओ ने बताया कि प्रशिक्षण के पहले दिन बंधौली बनौरा, बांसघाट मंसुरिया, हकाम, रेवतिथ, परसौनी, उसरी, चमनपुरा ल अजबीनगर पंचायतों के सेविकाओं को प्रशिक्षण दिया गया था। सेविकाओं के पुनश्चर्या प्रशिक्षण के उद्देश्य पर चर्चा करते हुए बताया गया कि उन्हें बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए आवश्यक कौशल एवं ज्ञान प्रदान करना है। प्रशिक्षण आंगनबाड़ी सेविकाओं को बच्चों में खेल- खेल में पोषण व शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने के तरीके सिखाने में मदद करता है। बच्चों के विकास में सुधार एवं समुदाय में जागरूकता बढ़ाने पर बातों को फोकस किया गया। मौके पर प्रशिक्षक के रूप में जिला पिरामिल फाउंडेशन के टीम लीडर मिथिलेश पांडेय व विंध्यवासिनी राय के अलावे प्रखंड समन्वयक आशुतोष रंजन सहित कई लोग मौजूद थे।