गोपालगंज: थाना क्षेत्र के धर्मवारी, सफियाबाद गांव के निवासी अधिवक्ता जयप्रकाश सिंह ने अपने समर्पण और समाजसेवा से आम जनता के बीच एक अलग पहचान कायम की है। वे पेशे से अधिवक्ता हैं और उनकी पत्नी संगीता सिंह धर्मवारी पंचायत की सरपंच हैं। बावजूद इसके, जयप्रकाश सिंह केवल अपने पेशे तक सीमित नहीं रहते, बल्कि समाज के लिए निरंतर सक्रिय रहते हैं।
गांव और प्रखंड क्षेत्र में उनकी छवि एक ऐसे समाजसेवी की है, जो आम लोगों की समस्याओं को सुनता और समाधान के लिए तत्पर रहता है। छुट्टी के दिनों में वे गांव में ही समय बिताते हैं और सुबह-शाम अपने दरवाजे पर निःशुल्क ग्रामीणों की समस्याएं सुनते हैं। यही कारण है कि उनके घर पर लोगों की भीड़ लगी रहती है। कोई पेंशन की परेशानी लेकर आता है, तो कोई भूमि विवाद या प्रशासनिक स्तर की दिक्कत लेकर। जयप्रकाश सिंह हर मामले को गंभीरता से सुनते हैं और उसके समाधान की दिशा में हर संभव पहल करते हैं।
ग्रामीणों का कहना है कि जयप्रकाश सिंह न केवल कानूनी सलाह देते हैं बल्कि जरूरत पड़ने पर संबंधित विभागों से भी संपर्क स्थापित कर समस्याओं को सुलझाने की कोशिश करते हैं। उनकी यही कार्यशैली उन्हें आम जनता से और अधिक जोड़ती है।
जयप्रकाश सिंह का मानना है कि समाज की सेवा करना ही असली धर्म है। उनका कहना है कि यदि समाज ने उन्हें सम्मान और विश्वास दिया है तो उसका प्रत्युत्तर सेवा के माध्यम से करना उनका कर्तव्य है।
धर्मवारी और आसपास के पंचायतों में आज उनकी लोकप्रियता लगातार बढ़ रही है। लोग उन्हें न सिर्फ अधिवक्ता, बल्कि अपनी आवाज और उम्मीद का सहारा मानते हैं। समाजसेवा की इसी भावना ने उन्हें एक जनप्रिय व्यक्तित्व के रूप में स्थापित कर दिया है।