गोपालगंज: मुख्यमंत्री महिला स्वरोजगार योजना को सफल बनाने के उद्देश्य से शनिवार को प्रखंड कार्यालय परिसर में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता प्रखंड विकास पदाधिकारी (बीडीओ) नंदकिशोर साह ने की। इसमें प्रखंड के वरीय पदाधिकारी, जीविका परियोजना से जुड़े प्रतिनिधि एवं कर्मी मौजूद रहे।
बैठक में बताया गया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की इस महत्वाकांक्षी योजना का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है। इसके तहत जीविका समूह की सदस्य महिलाओं को स्वरोजगार के अवसर प्रदान किए जाएंगे। जो महिलाएं अभी तक समूह से नहीं जुड़ी हैं, उन्हें भी सदस्यता दिलाकर योजना से जोड़ा जाएगा।
बीडीओ नंदकिशोर साह ने जानकारी दी कि इच्छुक महिलाएं जीविका संकुल के माध्यम से निःशुल्क आवेदन कर सकती हैं। स्वीकृति मिलने पर पहले चरण में उनके खाते में 10 हजार रुपये की राशि सीधे भेजी जाएगी। इसके बाद प्लास्टिक कुटीर उद्योग, किराना एवं सब्जी की दुकान, डेयरी प्रोजेक्ट, सिलाई मशीन सहित अन्य योजनाओं के लिए अधिकतम दो लाख रुपये तक की आर्थिक सहायता दी जाएगी।
जीविका परियोजना के प्रखंड प्रबंधक सुरेंद्र मांझी ने बताया कि योजना का लाभ 18 से 60 वर्ष की महिलाओं को मिलेगा। हालांकि, एक ही परिवार की केवल एक महिला को इसका फायदा मिलेगा। साथ ही, आयकर दाता एवं सरकारी सेवा से जुड़े परिवारों की महिलाएं इस योजना से वंचित रहेंगी।
बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिया गया कि अधिक से अधिक महिलाओं को योजना से जोड़ा जाए, ताकि उन्हें स्वरोजगार के जरिए आत्मनिर्भर बनाया जा सके। बैठक के अंत में यह विश्वास जताया गया कि मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना ग्रामीण महिलाओं के जीवन में आर्थिक सशक्तिकरण का नया अध्याय लिखेगी।