गोपालगंज: जिले में बिजली विभाग की लापरवाही आये दिन सामने आती रहती है। इस बार एक अजीबो गरीब मामला सामने आया है। इस डिजिटल युग में भी जिले में अभी बांस-बल्ले के सहारे बिजली की सप्लाई हो रही है। यही नहीं हादसे के बाद भी बिजली विभाग की अबतक नींद नहीं खुल सकी है। बताया जाता है कि बैकुंठपुर थाना क्षेत्र के हमीदपुर गांव में तीन दिनों पूर्व खेत में काम करने जा रही महिला की रास्ते में ही बिजली के करंट के चपेट में आने की वजह से मौके पर ही मौत हो गई। घटना के बाद ग्रामीण बिजली विभाग पर लापरवाही का आरोप लगा रहे थे।
हालांकि यह कहने में कोई शक नहीं कि इस घटना के पीछे विभाग की लापरवाही थी। इसका जीता जागता प्रमाण है कि घटना के तीन दिन बाद भी यहां बिजली की सप्लाई बांस-बल्ले के सहारे ही हो रही है। अबतक विभाग के अधिकारी व कर्मी ग्रामीणों का सूद लेना भी मुनासिब नहीं समझ रहे। घटना के बाद से ग्रामीण भय के साये में अपना जीवन व्यतीत कर रहे हैं। ग्रामीण ज्ञानी राय, दूधनाथ महतो, बम महतो, उमेश कुमार, हीरा दास, सिद्धांत दास, राहुल कुमार, बृजकिशोर कुमार, सरोज प्रसाद, विजय प्रसाद सहित कई लोगों ने बताया कि मंगलवार की सुबह गांव के ही लक्ष्मण महतो की 30 वर्षीय पुत्री बच्ची देवी की बिजली के करंट से मौत हो गई। घटना की सूचना स्थानीय थाने की पुलिस व बिजली विभाग के अधिकारियों को दी गई।
इसके बाद पुलिस ने शव को कब्जे लेकर पोस्टमार्टम कराने के बाद स्वजन को सौंप दिया। परंतु बिजली विभाग के अधिकारी अबतक मौके पर नहीं पहुंच सके हैं। अभी भी यहां बांस- बल्ले के सहारे बिजली आपूर्ति का कार्य चल रहा है। गांव में कई जगहों पर बिजली का तार झूल रहा है। इसका सूद लेने वाला कोई नहीं है। अब ग्रामीणों को बिजली की आपूर्ति महंगी पड़ने लगी है। विभाग के लापरवाही से ग्रामीणों के जान पर खतरा मंडरा रहा है। इस संबंध में पूछे जाने पर बिजली विभाग के बरौली एसडीओ से संपर्क करने की कोशिश की गई तो उन्होंने गुरुवार को छुट्टी का हवाला देते हुए फोन कट कर दिया। दुबारा संपर्क करने का प्रयास किया गया तो उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया।