गोपालगंज: बहु के प्रताड़ना से तंग होकर नदी में छलांग लगाई सास की पुलिस ने जान बचा ली। घटना महम्मदपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत डुमरिया घाट के समीप की बताई जा रही है। बताया जाता है कि महम्मदपुर थानाध्यक्ष नेहा कुमारी मूर्ति विसर्जन को लेकर होने वाली भीड़ की वजह से डुमरिया घाट के समीप एसपी स्वर्ण प्रभात के निर्देश पर तैनात थी। इसी बीच अपने बहु से नाराज सिवान जिले की एक महिला ने गंडक नदी में छलांग लगा दी। इसपर थानाध्यक्ष नेहा कुमारी की नजर पड़ी। उसके बाद थानाध्यक्ष ने फोन कर एनडीआरएफ की टीम को सूचित की। सूचना पाकर मौके पर पहुंची एनडीआरएफ की टीम की रेस्क्यू ऑपरेशन में महिला को सकुशल नदी से बरामद किया गया।
डुमरिया घाट से करीब चार किलोमीटर दूर दीपऊ पकड़ी के पास से एनडीआरएफ ने गंडक नदी से महिला को सकुशल निकाला। उसके बाद स्वास्थ्य जांच के लिए सिधवलिया स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में ले जाया गया। महिला की पहचान सिवान जिले के बसंतपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत बसंतपुर सरेयां गांव निवासी कलामुद्दीन मियां की पत्नी 55 वर्षीय फूल बानो के रूप में की गई। थानाध्यक्ष नेहा कुमारी को दिए बयान में महिला ने बताया कि उनके दो बेटे हैं। एक गुजरात में रहता है। घर पर रह रही बहु खाना पीना नहीं देती है। इसके अलावे मारपीट करते रहती है। दिन रात काम करवाती है। वह खुद मोबाइल में व्यस्त रहती है।
महिला ने बताया कि उससे अब काम नहीं हो पाता है। इसकी कई बार बेटे से शिकायत की। लेकिन कोई फर्क नहीं पड़ा। इसी से नाराज होकर घर से करीब 35 किलोमीटर की दूरी पर स्थित डुमरिया घाट के समीप गंडक नदी में डूब कर खुदकुशी करने चली आई। उक्त महिला को थानाध्यक्ष नेहा कुमारी के द्वारा काफी समझाया बुझाया गया। उसके बाद महिला ने कहा कि अब कभी खुदकुशी करने के लिए सोंच भी सकेंगे। घटना की जानकारी पुलिस द्वारा महिला के स्वजन को भी दे दी गई।