गोपालगंज: छात्र की अमानवीय तरीके से की गई पिटाई मामले की जांच में सामने आई यह अहम बात, डीईओ ने कहा होगी कार्रवाई
बैकुंठपुर प्रखंड क्षेत्र के दिघवा दुबौली स्थित एक निजी स्कूल में छात्र की शिक्षकों ने की थी बेरहमी से पिटाई, डीपीओ ने जांच कर सौंपा रिपोर्ट, विद्यालय प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई तय
गोपालगंज: जिले अंतर्गत बैकुंठपुर थाना क्षेत्र के दिघवा दुबौली स्थित एक निजी विद्यालय के छात्र की अमानवीय तरीके से पिटाई मामले की जांच में कई अहम बातें सामने निकल कर आई हैं। हालांकि जांच रिपोर्ट से अब यह तय हो गया कि विद्यालय प्रबंधन की खैर नहीं है। छात्र के साथ की गई मनमानी मामले में कार्रवाई होनी तय है। बताया जाता है कि दिघवा दुबौली स्थित ग्लैक्सी इंटरनेशनल एकेडमी में पढ़ाई करने वाले एक छात्र की 11 अप्रैल को विद्यालय के ही शिक्षकों द्वारा बेरहमी से पिटाई कर दी गई। इस घटना के बाद छात्र की हालत बिगड़ गई। पूरे शरीर पर कई जगह चोट के निशान पड़ गए। इसकी जानकारी छात्र के स्वजन को हुई। इसके बाद स्वजन घायलावस्था में छात्र को तत्काल एक निजी क्लिनिक में भर्ती कराए।

हालांकि स्थिति बिगड़ने पर उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बैकुंठपुर में भर्ती कराया गया। इसके बाद पीड़ित छात्र के पिता बिजुलपुर गांव निवासी राजीव कुमार सिंह ने स्थानीय थाने में अपने पुत्र की बेरहमी से पिटाई मामले में प्राथमिकी कराई। इसमें पीड़ित छात्र के पिता ने एक पुरुष व एक महिला शिक्षिका पर उनके पुत्र को विद्यालय में ही लोहे की पाइप से बेरहमी से पिटाई करने का आरोप लगाया था। वहीं इस घटना के बाद शिक्षा विभाग की ओर से भी जांच पड़ताल शुरू कर दी गई। जिला शिक्षा पदाधिकारी ने जांच की जिम्मेवारी माध्यमिक शिक्षा के डीपीओ प्रवीण कुमार प्रभात को सौंपी। जांचोपरांत यह पाया गया कि विद्यालय में पड़े PVC पाईप से शिक्षकों ने छात्र की बेरहमी से पिटाई की थी। जांच के दौरान भी छात्र के शरीर पर जख्म के निशान पाए गए।

विद्यालय में मौजूद अन्य छात्रों ने घटना की पुष्टि की। जांच रिपोर्ट में विद्यालय के प्रबंध निदेशक द्वारा दोषी दोनों शिक्षकों को घटना के बाद निष्कासित करने का भी जिक्र किया गया है। हालांकि शिक्षा विभाग की ओर से यह पहले ही साफ कर दिया गया है कि शिक्षा का अधिकार अधिनियम में शिक्षकों को विद्यालयी बच्चों की पिटाई करने की छूट नहीं दी गई है। इस तरह की घटना सामने आने पर विद्यालय का रजिस्ट्रेशन रद्द करते हुए कड़ी कार्रवाई करने का प्रावधान है। इस संबंध में पूछे जाने पर जिला शिक्षा पदाधिकारी योगेश कुमार ने बताया कि छात्र की पिटाई का मामला सही पाया गया है। विद्यालय प्रबंधन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। ताकि आगे अन्य विद्यालयों में भी इस तरह के घटना की पुनरावृत्ति नहीं हो सके।